संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I संसार के कुरुक्षेत्र में धर्म पताका लहराती है, आत्मविश्वास से I
दिल से समर्पित यह कविता उनके लिएजो अमूल्य है मेरे लिए, अमूल्य इस दुनिया के लिएशिक्षक जो है धरती का स... दिल से समर्पित यह कविता उनके लिएजो अमूल्य है मेरे लिए, अमूल्य इस दुनिया के लिएशि...
कर सकूँ कुछ ऐसा...। कर सकूँ कुछ ऐसा...।
यूं तो बस चार दिन की है ज़िन्दगी, पर जीना हो तो हर दिन इतवार है ! यूं तो बस चार दिन की है ज़िन्दगी, पर जीना हो तो हर दिन इतवार है !
वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका! वक़्त को ना पकड़ सका कोई वक़्त को ना थाम सका!
ख़्वाबों की, सर्द हवा तुम तक आए, ये जरुरी नहीं... ख़्वाबों की, सर्द हवा तुम तक आए, ये जरुरी नहीं...